
कृषि संकल्प अभियान के तहत बरियासनपुर, मुरीदपुर व खुटहनां में हुए विविध कार्यक्रम, कृषक-वैज्ञानिक संवाद रहा आकर्षण का केंद्र
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
चिरईगांव (वाराणसी)। “विकसित भारत का सपना तभी साकार हो सकता है जब हमारी कृषि विकसित हो।” यह बातें रविवार को विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आयोजित कार्यक्रम में लखनऊ से आए अपर कृषि निदेशक (भूमि संरक्षण) एवं नोडल अधिकारी रमेश कुमार मौर्य ने क्षेत्र के बरियासनपुर गांव में किसानों को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि कृषि भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसानों को तकनीकी रूप से दक्ष बनाकर ही इसे सशक्त किया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग की संयुक्त टीम ने किसानों को विभागीय योजनाओं, आधुनिक कृषि तकनीकों व फसलों की उन्नत विधियों की जानकारी दी। साथ ही किसानों से उनके सुझाव भी लिए गए।
कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. मनीष पाण्डेय ने आम की बागवानी पर, डॉ. श्रीप्रकाश सिंह ने धान की खेती पर उपयोगी जानकारी दी। वहीं आईआईवीआर के डॉ. रामेश्वर सिंह ने सब्जियों की उन्नत किस्मों और कीट-रोग प्रबंधन के उपाय बताए।
उप कृषि निदेशक के मार्गदर्शन में मुरीदपुर व खुटहनां गांवों में भी अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किए गए। मुरीदपुर में कृषक-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम खासा लोकप्रिय रहा, जिसमें वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डॉ. राहुल सिंह ने किसानों की जिज्ञासाओं का समाधान किया और वैज्ञानिक खेती की तकनीकों से अवगत कराया।
तकनीकी सहायक नंदन सिंह ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों का ई-केवाईसी, भूमि अंकन व फार्मर रजिस्ट्री का कार्य संपन्न कराया। साथ ही वैज्ञानिकों ने खेतों पर जाकर किसानों की समस्याओं का मौके पर समाधान किया।
खुटहनां में आयोजित कार्यक्रम में किसानों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वैज्ञानिकों की टीम ने किसानों के खेतों का निरीक्षण कर उन्नत खेती के सुझाव दिए।
जनपद के उप कृषि निदेशक अमित जायसवाल ने कार्यक्रमों में शिरकत करते हुए किसानों से आह्वान किया कि वे कृषि विभाग की योजनाओं से जुड़कर उसका लाभ उठाएं और विकसित कृषि संकल्प अभियान का हिस्सा बनें।
इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र के डॉ. नवीन कुमार सिंह, खंड तकनीकी प्रबंधक अनिल कुमार सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान बब्बू मिश्रा, कमला चौबे, श्याम चौबे, पिंटू दुबे, ओम प्रकाश, कन्हैया यादव सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे।