
ए०टी०एम० मशीन से धोखाधडी से पैसा निकालने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के 05 शातिर ठग थाना कैण्ट पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तार
वाराणसी– पुलिस आयुक्त वाराणसी द्वारा अपराधों की रोकथाम एवं चोरी/लूट की घटनाओ के सफल अनावरण तथा वांछित/फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में, पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन के निर्देशन मे, अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन के पर्यवेक्षण मे एवं सहायक पुलिस आयुक्त कैन्ट के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस व मुखबिरी सूचना के आधार पर अभियुक्तगण
1. जोगिन्दर सिंह पुत्र महीपाल सिंह निवासी ग्राम शाहपुर कला थाना खुर्जा जनपद बुलन्दशहर
2. सलमान खान पुत्र पप्पू सोलंकी ग्राम शाहपुर कला थाना खुर्जा जनपद बुलन्दशहर
3. विजय कुमार पुत्र वीरेन्द्र सिंह निवासी ग्राम शाहपुर कला थाना खुर्जा जनपद बुलन्दशहर
4. हर्ष चौहान पुत्र भूपेन्द्र चौहान निवासी ग्राम शाहपुर कला थाना खुर्जा जनपद बुलन्दशहर
5. दुष्यन्त चौधरी पुत्र मलखान सिंह निवासी ग्राम आसफपुरनार थाना जंगशन खुर्जा जनपद बुलन्दशहर को आज दिनांक-19.01.2024 को समय करीब 11.05 बजे सनबीम वरुणा पुल के पास से गिरफ्तार किया गया।
अभियुक्तगण के कब्जे से कुल 66 अदद अलग-अलग बैंक के एटीएम डेबिट कार्ड, अलग-अलग घटना से प्राप्त कुल रूपये मे से खर्च के बाद शेष बचे 11000/- रूपये नगद, घटना में प्रयुक्त 05 अदद मोबाईल फोन व 01 अदद चार पहिया वाहन सियाज कार बरामद हुआ।
उक्त गिरफ्तारी व बरामदगी के सम्बन्ध में थाना कैण्ट पुलिस द्वारा मु.अ.सं.-0023/2024 धारा 411/414 भा०द० वि० पंजीकृत कर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। विवरण पछताछ-पूछताछ करने पर अभियुक्तगण ने बताया कि हम सभी लोग दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, हरियाणा आदि के राज्यो मे विभिन्न विभिन्न शहरो मे इसी चार पहिया सियाज गाडी से विभिन्न विभिन्न बैंको के एटीएम मशीनो पर हम सभी लोग एक साथ मिलकर दो व्यक्ति एटीएम के बाहर खड़े रहते थे और दो व्यक्ति एटीएम के अन्दर समयानुसार अगर कोई व्यक्ति एटीएम के बारे कम जानकारी है तो उसको हम लोग सहयोग का बहाना बनाकर एटीएम कार्ड बदल लेते थे और जब वह व्यक्ति पिन टाईप करता है ।
उसे हम दोनो व्यक्ति देखकर याद कर लेते है तथा उक्त व्यक्ति का जिस बैंक का एटीएम कार्ड होता था हम सभी लोग उक्त बैंक का एटीएम कार्ड बदल कर उस व्यक्ति को दे देते थे ताकि उस व्यक्ति को लगे कि यह मेरा ही एटीएम कार्ड है। जिसके बाद हम सभी लोग दूसरे एटीएम मे जाकर पैसा निकाल कर आपस मे बटवारा कर लेते है।
जब हम सभी लोग एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधडी नही कर पाते है तो हम सभी लोग किसी ग्राहक के पैसे निकालने से पहले हम लोगो मे से कोई न कोई उसके आगे खडा रहता है बातो मे “उलझाकर एटीएम मशीन मे कार्ड लगाने वाले स्थान पर फेवीक्विक लगा देते है ।
जब कोई ग्राहक एटीएम मशीन में अपना कार्ड लगाता है और सारी प्रक्रिया पूरी करता है तो हम लोगो के पीछे खडे साथी द्वारा पिन देख लिया जाता है उसके बाद आगे वाले व्यक्ति को परेशान करने की नियत से कि हमे भी पैसा निकालना है जल्दी करो जल्दी करो एसी ही बातो मे उलझाकर जल्दी एटीएम कार्ड निकालने की बात बोला जाता है ।
जिससे वह ग्राहक एटीएम कार्ड निकालने का प्रयास करता है किन्तु फेवीक्वीक लगा होने के कारण एटीएम कार्ड नही निकलता है तो हम लोग गार्ड को बुलाने के लिए उस व्यक्ति को एटीएम से बाहर भेज देते है तभी हम लोगो का एक साथी उस एटीएम मशीन में फसे एटीएम कार्ड को निकालने के लिए प्रीमियम ह्वाईट ग्लू लगा देते हैं जिससे फीवीक्विक का असर खतम हो जाता है और एटीएम आसानी से बाहर आ जाता है। और हम लोग उस एटीएम कार्ड को लेकर तुरन्त हट बढकर किसी दूसरे एटीएम मशीन से उक्त एटीएम कार्ड का प्रयोग कर पैसा निकाल लेते है।
उक्त सभी पकडे गये व्यक्तियो से पूछताछ करने पर बता रहे है कि हम सभी लोग एक साथ मिलकर विगत 03 वर्षों से अलग अलग राज्यो मे उक्त एटीएम काडों की धोखाधड़ी करते हुए अपना एशो आराम की जिन्दगी जीते हुए जीवन यापन कर रहे थे। इसी क्रम में हम सभी लोग सियाज कार से बनारस आये थे कि यहाँ भी लोगों से धोखाधड़ी कर एटीएम बदलकर रुपयों की चोरी कर लें कि आप लोगों द्वारा पकड़ लिया गया।
अभी तक भिन्न भिन्न शहर में किये गये घटना में हम सभी लोगो ने जो पैसा धोखाधडी करके चुराया था उसका बराबर- बराबर हिस्सा सभी को मिला था उसमे से हम लोग एसो आराम की जिन्दगी जीने तथा खाने पीने मे खर्च करने के बाद जो बचा हुआ है यही शेष बचा है।