
आओ घर घर अलख जगाए, देश की बेटियो को सम्मान दिलाए।
चिरईगांव आज दिनांक 22 जनवरी 2024 दिन सोमवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस अभियान के चौथे दिन के अंतर्गत चिरईगांव ब्लाक के ग्राम पंचायत सीवो, बभनपुरा, तथा बराई पंचायत में राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत बस्तियों में लिंग भेद तथा उसके दुष्परिणाम को लेकर संगोष्ठी की गई जिसमें रणजीत कुमार के द्वारा लैंगिक असमानता का तात्पर्य लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव से है।
परंपरागत रूप से समाज में महिलाओं को कमज़ोर वर्ग के रूप में देखा जाता रहा है ,वे घर और समाज दोनों जगहों पर शोषण, अपमान और भेद-भाव से पीड़ित होती हैं। महिलाओं के खिलाफ भेदभाव दुनिया में हर जगह प्रचलित है। वैश्विक लैंगिक अंतराल सूचकांक- 2023 में भारत 146 देशों में 127वें स्थान पर रहा।
इससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि हमारे देश में लैगिंक भेदभाव की जड़ें कितनी मजबूत और गहरी है।लैंगिक असमानता का जन्म समाज और परिवार के मध्य होता है । संतोष कुमार के द्वारा आर्थिक क्षेत्र में कार्यरत महिला और पुरुष के पारिश्रमिक में अंतर है।
औद्योगिक क्षेत्र में प्रायः महिलाओं को पुरुषों के सापेक्ष कम वेतन दिया जाता है। इतना ही नहीं रोज़गार के अवसरों में भी पुरुषों को ही प्राथमिकता दी जाती है। इसी कड़ी में वंदना सरोज, चारु, पूजा, वंदना सिंह, रीमा ने भी अपने विचार रखे।स्थानीय स्तर के स्टेट होल्डरों, में वैजन्ती, प्रभावती, बेचना –आशा, सुनीता आशा बराई, आगनवाड़ी सीवो, के द्वारा अपने विचार साझा किए गए इत्यादि लोगों के द्वारा कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया ।
जिसमें कुल 114 महिला- पुरुष ,युवा- किशोरियों की भागीदारी रही जिसमें महिलाओं की संख्या 44 पुरुषों की संख्या 13 तथा किशोरियों की संख्या 57 रही।