
नमामि गंगे के द्वारा प्रयागराज के द्वादश माधव मंदिरों पर इंटेक की प्रदर्शनी: सांस्कृतिक धरोहर का अद्भुत परिचय
प्रयागराज: भारतीय सांस्कृतिक निधि (इंटेक) द्वारा प्रयागराज के द्वादश माधव मंदिरों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और जनसामान्य तक पहुँचाने के उद्देश्य से एक अद्वितीय प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। यह प्रदर्शनी एनएमसीजी (नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा) पवेलियन, सेक्टर-1, मेला ग्राउंड (तिकोना चौराहा) में 12 जनवरी 2025 को प्रारंभ हुई और यह 40 दिनों तक चलने वाली है।
प्रदर्शनी की विशेषताएँ: प्रदर्शनी में प्रयागराज के द्वादश माधव मंदिरों से जुड़ी कम ज्ञात ऐतिहासिक कहानियों, सांस्कृतिक परंपराओं और परिक्रमा मार्ग की विशिष्टताओं को प्रस्तुत किया गया है। इस प्रदर्शनी में दर्शकों को:
परिक्रमा मार्ग की परंपरा: द्वादश माधव परिक्रमा मार्ग की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को सरल और प्रभावी रूप से समझाया गया है।
मंदिरों का इतिहास और महत्व: इन मंदिरों में विराजमान भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों का वर्णन किया गया है।
QR कोड द्वारा जानकारी: प्रदर्शनी में एक विशेष “जानकारी अनुभाग” है, जहाँ दर्शक QR कोड स्कैन करके हिंदी और अंग्रेज़ी में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके साथ ही प्रदर्शनी में एक आकर्षक दृश्य प्रस्तुतिकरण भी किया गया है, जो शोधकर्ताओं और सांस्कृतिक प्रेमियों के लिए विशेष रुचि का विषय है।प्रदर्शनी की स्थापना में योगदान: प्रदर्शनी को सफलतापूर्वक तैयार करने में निम्नलिखित सदस्यों ने अपना योगदान दिया:
स्थापना कार्य: धर्मेंद्र मिश्र, हरीश बेंजवाल, मोहम्मद गालिब और अनिरुद्ध जोशी।
समन्वय और निर्देशन: INTACH के प्रभागीय प्रमुख – निरुपमा मॉडवेल, मनु भटनागर और नीलाभ सिन्हा द्वारा किया गया।
नमामि गंगे यज्ञ का आयोजन: महाकुंभ 2025 के अमृत स्नानों से एक दिन पूर्व, 12 जनवरी को नमामि गंगे की टीम ने सामूहिक नमामि गंगे यज्ञ का आयोजन किया। इस यज्ञ में 500 से अधिक कार्यकर्ताओं, 300 गंगा सेवा दूतों और नमामि गंगे की सहयोगी संस्थाओं (GTF, GVM, WII, CIFRI, DGCs, SPMG, NBT आदि) ने गंगा और घाटों की स्वच्छता के लिए भाग लिया। इस मौके पर प्रदर्शनी का भी शुभारंभ किया गया, और कार्यकर्ताओं को स्वच्छता का संदेश देने के लिए नमामि गंगे की कैप, टी-शर्ट और बैग भेंट किए गए।
उद्घाटन पर महत्वपूर्ण बातें: गंगा विचार मंच प्रयागराज के संयोजक श्री राजेश शर्मा ने उद्घाटन कार्यक्रम में बताया, “उद्घाटन के पहले ही दिन से हजारों दर्शकों ने स्थल पर आकर नमामि गंगे के बृहद कार्यों के साथ इस सांस्कृतिक धरोहर का अवलोकन किया।”
आमंत्रण: संयोजक राजेश शर्मा ने कुम्भ मेला में आने वाले तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं, इतिहास प्रेमियों और सांस्कृतिक उत्साहीजनों से निवेदन किया कि वे इस प्रदर्शनी में अवश्य पधारें और प्रयागराज की इस अद्वितीय धरोहर और ‘नमामि गंगे’ अभियान के कार्यों को जानें और अनुभव करें।