
होम्योपैथिक अस्पताल निर्माण के लिए सीमांकन करने पहुंची राजस्व टीम को ग्रामीणों ने रोका, विवाद बढ़ा
चौबेपुर (वाराणसी): स्थानीय थाना क्षेत्र के मुनारी खेल मैदान में प्रस्तावित होम्योपैथिक चिकित्सालय के निर्माण के लिए सीमांकन करने पहुंची राजस्व टीम को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। स्थिति तनावपूर्ण होने पर पुलिस बल की उपस्थिति में सीमांकन कार्य को पूरा किया गया।
सोमवार सुबह राजस्व टीम आ. नं. 797, रकबा 0.405 हेक्टेयर भूमि पर सीमांकन करने पहुंची। टीम में कानूगो रामरेखा सिंह, राजेश राम और लेखपाल दरोगा प्रसाद, सतीश चंद्र व जितेंद्र सिंह शामिल थे। इसके अलावा, थाना प्रभारी जगदीश कुशवाहा और होम्योपैथिक प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनीष त्रिपाठी भी मौके पर मौजूद रहे।
सीमांकन शुरू होते ही पूर्व प्रधान के पुत्र रामधनी सोनकर, व्यापार मंडल अध्यक्ष कृष्ण कुमार विश्वकर्मा, विशाल सेठ, सर्वेश यादव, जगलर यादव, नागेंद्र यादव और कारिया गुप्ता सहित सैकड़ों ग्रामीणों और युवाओं ने विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि यह खेल मैदान पिछले 50 वर्षों से गांव के बच्चों और युवाओं के खेलने की जगह रही है, और इसे अस्पताल निर्माण के लिए देना गलत है।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सीमांकन कार्य जल्दबाजी और बिना किसी उचित सूचना के किया गया। उन्होंने दावा किया कि राजस्व टीम ने उनकी आपत्तियों को नजरअंदाज किया और गुमराह करके काम पूरा किया। ग्रामीणों का कहना है कि सीमांकन से पहले उनकी राय नहीं ली गई और उनकी आपत्तियों का समाधान भी नहीं किया गया।
स्थानीय लोगों ने स्पष्ट किया है कि अगर उनकी मांगों को अनदेखा किया गया, तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। ग्रामीणों का कहना है कि अस्पताल का निर्माण आवश्यक है, लेकिन इसके लिए वैकल्पिक स्थान पर विचार किया जाना चाहिए।
मौके पर मौजूद थाना प्रभारी जगदीश कुशवाहा ने कहा कि सीमांकन कार्य कानूनन प्रक्रिया के तहत पूरा किया गया है। वहीं, राजस्व टीम का कहना है कि उनके पास अस्पताल निर्माण के लिए निर्धारित भूमि का आदेश था, जिसे पूरा करना उनका कर्तव्य है।
इस विवाद के चलते मुनारी खेल मैदान में अस्पताल निर्माण की प्रक्रिया को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। ग्रामीणों की मांगों और प्रशासनिक निर्णय के बीच तालमेल बैठाना प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।