
नीवभीवि में विश्लेषणात्मक उपकरणों पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ
प्रयागराज। नेहरू ग्राम भारती मानित विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग एवं केंद्रीय उपकरण सुविधा केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में सोमवार को “परिष्कृत विश्लेषणात्मक उपकरणों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण कार्यक्रम” का शुभारंभ हुआ। यह प्रशिक्षण 14 से 18 जुलाई 2025 तक चलेगा।
उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि एवं कर्मचारी चयन आयोग (केंद्रीय) के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शोध कार्यों को इस प्रकार दिशा देनी चाहिए कि वह केवल पीएचडी डिग्री तक सीमित न रहकर समाज के लिए उपयोगी व उत्पादक सिद्ध हों। उन्होंने कहा कि मशीनों का उपयोग आज के वैज्ञानिक युग में अत्यंत समिचीन है, बशर्ते वह मौलिकता व सामाजिक सरोकारों को ध्यान में रखकर किया जाए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. रोहित रमेश ने कहा कि विश्लेषणात्मक उपकरणों से प्राप्त डाटा का तुलनात्मक विश्लेषण कर शोध को मात्रात्मक एवं प्रमाणिक रूप दिया जा सकता है। समकुलपति डॉ. एस. सी. तिवारी ने कहा कि उत्पादकता में वृद्धि के लिए सेपरेशन व विश्लेषण तकनीकों का प्रयोग आवश्यक है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ. आदि नाथ ने प्रशिक्षण के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि परीक्षणों में आयतन व मात्रा आधारित अभिकर्मक तैयार कर शोध में वांछित परिणाम प्राप्त किए जा सकते हैं।
इस अवसर पर डॉ. राजेश तिवारी, प्रो. बृजेन्द्र मिश्रा, डॉ. प्रमोद मिश्रा, डॉ. आशीष शिवम्, डॉ. शक्ति नाथ त्रिपाठी, डॉ. राजेश केसरवानी, डॉ. आलोक त्रिपाठी, श्री प्रदीप उपाध्याय, डॉ. धीरज पाण्डेय, डॉ. अमिताभ चंद्र द्विवेदी, डॉ. संजय कुमार, डॉ. मुलायम सिंह पटेल, डॉ. दुर्गेश नंदिनी गोस्वामी सहित अनेक विशेषज्ञ व प्रतिभागी मौजूद रहे।