
चौबेपुर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में हजारों की भीड़, “जय कन्हैया लाल की” से गूंजा वातावरण
(रिपोर्ट विरेंद्र प्रताप उपाध्याय)
चौबेपुर (वाराणसी)। चौबेपुर बाजार स्थित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान मंगलवार की संध्या जब व्यासपीठ से भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की घोषणा हुई, तो पंडाल में उपस्थित श्रद्धालु भक्तिभाव से झूम उठे। “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की” के जयकारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा।
कथा स्थल पर भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। महिलाएं पारंपरिक सोहर गाने लगीं, वृद्ध भाव-विह्वल हो गए और युवा श्रद्धा के उल्लास में थिरक उठे। यह दृश्य मानो किसी स्वर्गिक आयोजन का अनुभव करा रहा था। कथा में जैसे-जैसे कृष्ण जन्म की घड़ी निकट आई, वातावरण में दिव्यता और ऊर्जा का संचार होता चला गया।
व्यासपीठ से कथा वाचन कर रहे पं. विष्णु कांत शास्त्री जी ने भगवान नाम की महिमा को सरल भाषा में समझाते हुए कहा कि “भगवान का नाम चाहे भाव से लिया जाए या न लिया जाए, वह सदैव कल्याणकारी होता है।” उन्होंने अजामिल प्रसंग सुनाते हुए बताया कि भगवान का नाम लेने मात्र से कैसे एक अपराधी भी उद्धार को प्राप्त कर सकता है।
इस दिन कथा में समुद्र मंथन, प्रह्लाद चरित्र, वामन अवतार और श्रीकृष्ण जन्म की लीलाओं का विस्तृत वर्णन किया गया। दूर-दराज़ से आए हज़ारों श्रद्धालुओं ने कथा का श्रवण किया और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दृश्य का साक्षात्कार किया।
कार्यक्रम में अजगरा विधायक त्रिभुवन राम, पूर्व न्यायाधीश अजीत कुमार तिवारी, अरुण तिवारी, जिला पंचायत सदस्य अंजनी नंदन पांडेय, प्रो. ज्ञानेश्वर चौबे (बीएचयू), रिंकू, मनोज सेठ, गोविंद चौबे, भोलानाथ उपाध्याय सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
आयोजक चंद्रशेखर तिवारी ‘मून बाबू’ ने मंच से आए हुए सभी अतिथियों, श्रद्धालुओं और कथा श्रोताओं के प्रति आभार व्यक्त करते हुए सभी का स्वागत एवं अभिनंदन किया।