
वक्फ बोर्ड कानून पर हिंसा को लेकर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू महासभा ने जताई चिंता, राष्ट्रपति शासन की मांग
वाराणसी। वक्फ कानून में संशोधन को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों में भड़की हिंसा पर अंतर्राष्ट्रीय हिंदू महासभा ने गहरी चिंता व्यक्त की है। संगठन के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष एवं जय भारत मंच काशी प्रांत के वरिष्ठ महामंत्री संपूर्णानंद पांडेय ने इस मामले में विपक्षी दलों पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि “विपक्ष के नेता देश में जानबूझकर साम्प्रदायिक तनाव भड़का रहे हैं।”
पांडेय ने कहा कि समसेरगंज के धुलियान क्षेत्र में हुई हिंसा ने सामाजिक सौहार्द को गहरा आघात पहुंचाया है। इस हिंसा में हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया, जिससे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बन गया है।
महासभा के उपाध्यक्ष कमल नयन जयसवाल ने जानकारी दी कि हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें हरगोबिंद दास और उनके पुत्र चंदन दास की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पुलिस ने 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है, हालांकि स्थिति अभी भी पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आई है।
कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय बलों की तैनाती की गई, और बीएसएफ के जवानों को मौके पर भेजा गया। इस दौरान भीड़ ने बीएसएफ जवानों पर हमला कर दिया, जिसमें कुछ सुरक्षाकर्मी घायल हुए।
राष्ट्रीय अध्यक्ष (शिक्षा प्रकोष्ठ) प्रो. शंकर मिश्रा ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि “यह स्थिति देश के लिए गंभीर चिंता का विषय है।” उन्होंने केंद्र सरकार से देशहित में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की है।