
दिल्ली विश्वविद्यालय में एससी, एसटी, ओबीसी छात्रों से संवाद, प्रतिनिधित्व और समानता पर दिया जोर
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर का दौरा किया और अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) तथा अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समुदायों के छात्रों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने नई शिक्षा नीति, आरक्षण, प्रतिनिधित्व और शैक्षणिक समानता से जुड़े मुद्दों पर छात्रों की चिंताओं को सुना और विचार साझा किए।
यह संवादात्मक सत्र डूसू (दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ) के अध्यक्ष कार्यालय में आयोजित हुआ, जिसमें विभिन्न कॉलेजों और विभागों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। डूसू द्वारा जारी बयान में कहा गया कि राहुल गांधी ने समावेशी और लोकतांत्रिक शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि विश्वविद्यालयों को हर तबके के छात्रों के लिए समान अवसर मुहैया कराने चाहिए।
छात्रों ने इस दौरान जाति आधारित भेदभाव, फैकल्टी और प्रशासनिक पदों पर पिछड़े वर्गों के कम प्रतिनिधित्व और बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों में नौकरी में बहिष्कार जैसे मुद्दों को उठाया। छात्रों का कहना था कि नई शिक्षा नीति इन वर्गों के हितों की अनदेखी करती है।
राहुल गांधी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस पार्टी सामाजिक न्याय और समान अवसर की नीति को मजबूती से आगे बढ़ाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार हर वर्ग के लिए समान रूप से लागू होना चाहिए, और इसके लिए जरूरी है कि आरक्षण और प्रतिनिधित्व को गंभीरता से लागू किया जाए।
छात्रों के साथ यह संवाद आगामी चुनावी माहौल में युवाओं को जोड़ने की कांग्रेस की रणनीति का भी हिस्सा माना जा रहा है।