
राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट में बोले पीएम – पूर्वोत्तर अब बन रहा विकास का अग्रदूत
नई दिल्ली।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत में अभूतपूर्व प्रगति हो रही है और केंद्र सरकार इस क्षेत्र के सर्वांगीण विकास को गति देने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। शुक्रवार को राजधानी दिल्ली स्थित भारत मंडपम में आयोजित ‘राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट’ का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने यह बातें कही।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर की सांस्कृतिक और भौगोलिक विविधता उसकी सबसे बड़ी ताकत है और यही विविधता अब उसे विकास के पथ पर अग्रसर कर रही है। उन्होंने कहा कि “पूर्वोत्तर अब सीमांत नहीं, बल्कि सम्भावनाओं का केंद्र बन गया है।”
समिट के उद्घाटन सत्र में पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, वरिष्ठ अधिकारी, राजनयिकों के साथ-साथ उद्योग जगत की कई प्रमुख हस्तियां भी शामिल रहीं। मुकेश अंबानी, गौतम अडानी और अनिल अग्रवाल जैसे उद्योगपतियों की मौजूदगी ने पूर्वोत्तर में निवेश के प्रति उत्साह को और मजबूती दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “हमने पूर्वोत्तर को योजनाओं के जरिए नहीं, बल्कि दिल से जोड़ा है। पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार के मंत्री 700 से अधिक बार पूर्वोत्तर का दौरा कर चुके हैं। उन्होंने न केवल विकास की योजनाएं देखीं, बल्कि जनता की उम्मीदों और सपनों को भी समझा।”
पीएम मोदी ने पूर्वोत्तर को भारत के ‘सबसे विविध हिस्से’ की संज्ञा देते हुए कहा कि यह क्षेत्र व्यापार, संस्कृति, पर्यटन और टेक्सटाइल उद्योग में असीम संभावनाएं समेटे हुए है। उन्होंने कहा कि “विकसित भारत के लिए पूर्वी भारत का विकसित होना आवश्यक है और पूर्वोत्तर इसका अहम हिस्सा है। हमारी सरकार की नीति ईस्ट यानी इम्पावर, एक्ट, स्ट्रेंथ और ट्रांसफॉर्म पर आधारित है।”
पूर्वोत्तर के सांस्कृतिक वैभव की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यहां का संगीत, नृत्य और उत्सव इसकी पहचान हैं, जो पर्यटन को भी नई दिशा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब जब पूर्वोत्तर में विकास का लाभ अंतिम छोर तक पहुंच रहा है, तो इसका सकारात्मक असर पर्यटन सहित अन्य क्षेत्रों पर भी पड़ रहा है।
प्रधानमंत्री ने समापन पर निवेशकों और नागरिकों से पूर्वोत्तर की जैव-सांस्कृतिक विविधता को संरक्षित रखते हुए इसके सतत विकास में भागीदार बनने की अपील की।