
लेखक प्रो. डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव और डॉ. शिप्रा धर की पुस्तक को वीरता का दस्तावेज बताया गया
नई दिल्ली : भारत विकास परिषद की राष्ट्रीय संगोष्ठी के दौरान नई दिल्ली में “ऑपरेशन सिंदूर : न्याय की अखंड प्रतिज्ञा” पुस्तक का भव्य विमोचन किया गया। इस पुस्तक के लेखक प्रो. डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव और डॉ. शिप्रा धर हैं। पुस्तक का विमोचन भारत विकास परिषद के संरक्षक गजेन्द्र सिंह संधु एवं राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुरेश जैन ने संयुक्त रूप से किया।
लेखक प्रो. डॉ. मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुस्तक लेखन का उद्देश्य पहलगाम में पर्यटकों की निर्मम हत्या के जवाब में भारत सरकार द्वारा किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना है। उन्होंने कहा,
“यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा और अखंडता की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक कदम था। ऑपरेशन सिंदूर आतंकवादियों के लिए काल बन गया और अंततः पाकिस्तान को झुकना पड़ा।”
उन्होंने यह भी घोषणा की कि पुस्तक की 5,000 प्रतियां भारतीय सैनिकों को निःशुल्क प्रदान की जाएंगी और यह देशभर की प्रमुख लाइब्रेरियों में भी उपलब्ध कराई जाएगी।
जय भारत मंच के काशी प्रांत के वरिष्ठ महामंत्री संपूर्णानंद पाण्डेय ने इस अवसर पर कहा,
“यह पुस्तक केवल एक किताब नहीं, बल्कि देश के जवानों की वीरता और बलिदान को श्रद्धांजलि है। इससे नई पीढ़ी को हमारे वीर सैनिकों के अदम्य साहस की प्रेरणा मिलेगी।”
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय सचिव श्री डी. डी. शर्मा, महिला सहभागिता संरक्षक निदर्शना गोवानी, गतिविधि सह संयोजक गीता गुप्ता, अनिता जी, अमिता जी समेत सैकड़ों गणमान्य नागरिक और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
यह आयोजन राष्ट्रभक्ति, सैन्य बलों के सम्मान और साहित्यिक अभिव्यक्ति के संगम का प्रतीक बन गया, जहाँ “ऑपरेशन सिंदूर” को एक नई पहचान मिली।