
2047 तक भारत को विश्व गुरु बनाने का लें संकल्प : अमित शाह
गोधरा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने युवाओं से आह्वान किया कि वे यह संकल्प लें कि जब भारत अपनी स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ वर्ष 2047 में मनाएगा, तब हमारा देश हर क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करेगा।
शनिवार को श्री गोविंद गुरु विश्वविद्यालय, विनजोल (पंचमहल, गुजरात) में 125 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं के उद्घाटन समारोह को अमित शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित किया। खराब मौसम के चलते वे कार्यक्रम स्थल पर नहीं पहुंच सके।
इस अवसर पर उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी नेता गोविंद गुरु के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ संघर्ष में 1,512 आदिवासी भाई-बहनों ने बलिदान दिया और मांगढ़ (गुजरात) भारत की आजादी के इतिहास में एक गौरवपूर्ण अध्याय बन गया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोविंद गुरु के अदम्य साहस और बलिदान को पूरे देश के सामने रखने का कार्य किया है।
गृह मंत्री ने युवाओं से अपील की कि वे अपनी शिक्षा, सामर्थ्य और निष्ठा से राष्ट्र को सशक्त बनाने में जुटें। उन्होंने कहा, “हम सभी को यह संकल्प लेना चाहिए कि जब भारत स्वतंत्रता की शताब्दी मनाए, तब हमारा देश हर क्षेत्र में विश्व में प्रथम स्थान पर हो।”
अमित शाह ने बताया कि श्री गोविंद गुरु विश्वविद्यालय की स्थापना का विचार स्वयं नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए किया था। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय और गोविंद गुरु का स्मारक देशभर के आदिवासी समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2015 में की गई थी। आज जिन परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास हुआ, उनकी कुल लागत 125 करोड़ रुपये है। इनमें सेंटर फॉर एक्सीलेंस, इंडोर मल्टीपर्पस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सिंथेटिक ट्रैक, फुटबॉल और क्रिकेट मैदान, कृत्रिम झील और छात्रावास भवन शामिल हैं।