
बिबेक देबरॉय को मिला पद्म भूषण, राष्ट्रपति भवन में हुआ भव्य अलंकरण समारोह
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-दो के अवसर पर पद्म पुरस्कार 2025 प्रदान किए। इस वर्ष कुल 139 विभूतियों को इन प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें 7 पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्म श्री शामिल हैं।
इस वर्ष का समारोह खास तौर पर लोक गायिका शारदा सिन्हा और प्रख्यात नृत्यांगना कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किए जाने के कारण भावुकता से भर गया।
शारदा सिन्हा को लोक संगीत के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान के लिए यह सम्मान दिया गया। उनकी ओर से यह पुरस्कार उनके पुत्र ने ग्रहण किया।
कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया को कला के क्षेत्र में उनके जीवन भर के योगदान के लिए मरणोपरांत यह सम्मान मिला, जिसे उनके पोते ने ग्रहण किया।
बिबेक देबरॉय, जो प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष और एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री रहे हैं, को भी मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनकी ओर से यह पुरस्कार उनकी पत्नी ने ग्रहण किया। देबरॉय न केवल अर्थशास्त्र के क्षेत्र में एक मजबूत स्तंभ रहे, बल्कि उन्होंने भारतीय ग्रंथों के अनुवाद और नीति निर्माण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री, गणमान्य अतिथि और देश के विभिन्न हिस्सों से आए सम्मानित लोग मौजूद थे।
इस बार के पुरस्कारों की खासियत यह रही कि:
23 महिलाएं सम्मानित की गईं
10 विदेशी/एनआरआई/PIO/OCI श्रेणी के लोग शामिल हैं
13 मरणोपरांत पुरस्कार प्रदान किए गए
पद्म पुरस्कार भारत सरकार की ओर से हर वर्ष उन नागरिकों को दिए जाते हैं जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान किया हो, वह चाहे कला, साहित्य, चिकित्सा, विज्ञान, समाज सेवा या सार्वजनिक जीवन ही क्यों न हो।