
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सूरजकुंड में कल्याण मंडपम का लोकार्पण, जल संरक्षण और स्वच्छता पर दिया जोर
गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर के सूरजकुंड क्षेत्र में नव-निर्मित कल्याण मंडपम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पर्यावरण संरक्षण, जल संकट, नागरिक सुविधाओं, और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर जोरदार संदेश दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण असमय बारिश और सूखे की स्थिति जनपद को लगातार प्रभावित कर रही है। उन्होंने याद दिलाया कि कभी गोड़धोड़्या एक नदी थी, जिसे मानवीय स्वार्थ ने नाले में बदल दिया, और अब उसी को स्वच्छ बनाकर पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने अपील की कि हर व्यक्ति एक पेड़ अपनी मां के नाम पर जरूर लगाए, ताकि आने वाली पीढ़ियों को जल और हरियाली का लाभ मिल सके।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “किसी भी सभ्य समाज में उसकी जरूरतों के अनुसार सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है। गोरखपुर नगर निगम प्रदेश का पहला निगम है, जो सात कल्याण मंडपम बना रहा है। गरीबों के लिए 11 हजार या 25 हजार रुपये में मांगलिक कार्य करने की सुविधा मिलना एक सराहनीय प्रयास है।”
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने अपनी विधायक निधि का पूरा पैसा इन मंडपमों के निर्माण के लिए समर्पित कर दिया है। प्रत्येक मंडपम में लगभग 300 लोगों के बैठने की क्षमता वाला सभागार उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा गोरखपुर में 10 हजार लोगों की क्षमता वाला कन्वेंशन सेंटर और आयुष विश्वविद्यालय भी विकसित किया जा रहा है, जिसका 30 जून को राष्ट्रपति द्वारा लोकार्पण संभावित है।
सुरक्षा और स्वच्छता के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि “सेफ सिटी” का अर्थ है जहां हर नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करे। घरों के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि नागरिक प्रशासन के सहयोगी बनें ताकि सुरक्षा व्यवस्था और मजबूत हो सके।
उन्होंने पार्षदों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने मोहल्लों में स्वच्छता समितियों का गठन करें, बरसात से पहले नालों की सफाई सुनिश्चित कराएं और कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था नियमित रूप से करवाएं।
कार्यक्रम में उपस्थित सांसद रविकिशन शुक्ला ने भी मंच से अपने विचार रखते हुए कहा कि मंडपम जैसी योजनाएं आम जनता के लिए बहुत लाभकारी हैं। आजकल बाहर के शहरों में एक हॉल की बुकिंग में 10-12 लाख रुपये तक खर्च हो जाते हैं, लेकिन यहां 11 हजार रुपये से बुकिंग शुरू हो रही है।
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की और गोरखपुर को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।