
कहा – कांग्रेस ने सत्ता बचाने के लिए घोंटा था संविधान का गला
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में समग्र विकास की जो अवधारणा साकार हुई है, उसका लाभ अब समाज के प्रत्येक वर्ग को मिल रहा है। किसानों, श्रमिकों, युवाओं और महिलाओं को सरकार की योजनाओं से न केवल आर्थिक संबल मिल रहा है, बल्कि तकनीकी सहायता और बेहतर भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने के अवसर भी प्राप्त हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री बुधवार को लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां गोरखपुर, कानपुर और कन्नौज में डेयरी प्लांट्स तथा अंबेडकरनगर में पशु आहार निर्माणशाला के संचालन के लिए राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (UPCDF) के बीच समझौता (एमओयू) किया गया।
पूर्ववर्ती सरकारों पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार के कारण कृषि क्षेत्र में जो प्रगति होनी चाहिए थी, वह नहीं हो पाई। योजनाएं बनती थीं, लेकिन उसका लाभ किसानों को नहीं, बल्कि सत्ता में बैठे लोगों को होता था। धन के बंदरबांट ने किसानों की मेहनत का मूल्य छीना। लेकिन 2014 में प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने के बाद एक नई कार्यसंस्कृति विकसित हुई, जिसने किसानों की स्थिति में सकारात्मक बदलाव लाया।
किसान अब आत्मनिर्भर और सम्मानित
योगी ने कहा कि अब किसान आत्मनिर्भर हो रहा है। वह न केवल फसल उगाने में, बल्कि डेयरी, पशुपालन, मत्स्य पालन जैसे अन्य कृषि सहायक क्षेत्रों में भी सफलता की नई इबारत लिख रहा है। आत्महत्या की खबरें अब इतिहास बनती जा रही हैं, क्योंकि सरकार उन्हें हर मोर्चे पर सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
25 जून 1975 को लोकतंत्र पर हुआ था हमला : योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपातकाल की बरसी पर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने सिर्फ अपनी सत्ता बचाने के लिए देश के संविधान और लोकतंत्र का गला घोंट दिया था।
उन्होंने कहा, “सवाल यह है कि क्या कोई व्यक्ति देश और उसके संविधान से बड़ा हो सकता है? कांग्रेस की उस समय की सरकार ने सत्ता की लालसा में देशवासियों के लोकतांत्रिक अधिकार छीन लिए थे। उस काले अध्याय को देश कभी नहीं भूल सकता।”
संविधान की रक्षा में दिया गया बलिदान स्मरणीय
सीएम ने कहा कि देश ने जिस संविधान को अपनाया, उस पर समाज के हर वर्ग ने अपना योगदान दिया। छात्रों से लेकर महिलाओं और युवाओं तक, सभी ने लोकतंत्र की रक्षा के लिए बलिदान दिया। आज जब देश लोकतंत्र की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर है, तो हमें उन संघर्षों को भी स्मरण करना चाहिए।